- Home-icon
- स्थाई स्तंभ
- _काव्य शास्त्र
- __काव्य का रचना शास्त्र
- __ग़ज़ल: शिल्प और संरचना
- __छंद परिचय
- _हिन्दी साहित्य का इतिहास
- _मैंने पढ़ी किताब
- _भाषा सेतु
- _नाटक पर स्थाई स्तंभ
- _सप्ताह का कार्टून
- स्वर शिल्पी
- विधायें
- _गद्य
- __अनुवाद
- __आत्मकथा
- __आलेख
- __आलोचना
- __कहानी
- __जीवन परिचय
- __नाटक
- __यात्रा वृतांत
- __व्यंग्य
- __संस्मरण
- __साक्षात्कार
- _पद्य
- __कविता
- __काव्य-पाठ
- __कुण्डलियाँ
- __ग़ज़ल
- __गीत
- __गीतिका
- __मुक्तक
- __हाइकू
- _बाल-साहित्य
- _प्रेरक प्रसंग
- _श्रद्धांजलि
- _समाचार
- _कार्टून
- _पेंटिंग
- रचनाकार
- पुस्तकालय
14 टिप्पणियाँ
बहुत बढिया!!!
जवाब देंहटाएंदस सिर वाला रावण भी मरा था यह आतंकवाद क्या कभी मारा जा सकेगा?
जवाब देंहटाएंपंकज जी का प्रश्न बहुत लोगों के मानस से उठता रहता है. अच्छी अभिव्यक्ति है!
जवाब देंहटाएंअच्छी अभिव्यक्ति है
जवाब देंहटाएंआतंकवाद को तो
जवाब देंहटाएंसिर्फ आतंकवादी
ही मार सकते हैं
बाकी तो उनके
बमों से मरने
के लिए देख
लो विवश हैं
हम तो सिर्फ
पुतला ही मार
पा रहे हैं
असली रावण
अब भी हर
जगह सीना
ताने खड़ा है
एक नहीं
अनेक रूप हैं
इसके।
आतंकवाद भी
एक रावण ही है
रावण के दस
सिर थे सिर्फ
इनके एक सिर
में रखा दिमाग
भी खराब है।
जबरदस्त कार्टून है। आपकी इस समसामयिक अभिव्यक्ति में गहरायी है।
जवाब देंहटाएंअभिषेक जी आपके कार्टून याद रह जाने वाले हैं। रावण से आपकी तुलना बिलकुल सही है।
जवाब देंहटाएंजबरदस्त कार्टून हैं।
जवाब देंहटाएंअभिषेक जी,
जवाब देंहटाएंआपके कार्टूनों का मैं हमेशा से ही कायल रहा हूँ। यह कार्टून न केवल सामयिक है अपितु व्यवस्था को भी परोक्ष में कटघरे में खडा करता है जिसके पास कोई राम नहीं है।
इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये बधाई स्वीकारें।
***राजीव रंजन प्रसाद
बहुत खूब..
जवाब देंहटाएंसामयिक विषय पर हास्य प्रहार. एक बात समझ में नहीं आती सब लोग खूराफ़ाती मांईड को मास्टर मांईड क्यों कहते हैं :)
आतंकवाद की जितनी भर्तशना की जाये कम है.... बहुत ही सुंदर कार्टून.... बधाई
जवाब देंहटाएंvaakiiii kabile tarif hai
जवाब देंहटाएंkya combination hai ravan k sath
keep it up
अति उत्तम..
जवाब देंहटाएंबहुत ही अर्थपूर्ण कार्टून है, और हाँ, रावण मरा और ये आतंकवाद भी मरेगा।
इसी विश्वास के साथ इतने उम्दा कार्टून के लिए बधाई स्वीकारें
अच्छी अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.