साहित्य शिल्पी ने कुछ समय पूर्व अंतरजाल पर प्रथम संगीतमय प्रस्तुति के रूप में "जी.बी.एन विद्यालय 21-डी, फरीदाबाद" से सौजन्य से बच्चों की मधुर आवाज़ में "अनहद गीत" नामक संग्रह का एक गीत प्रस्तुत किया था जिसका संगीत संयोजन किया है प्रतिभावान संगीतकार रीना कपिल ने।

इसी क्रम में आज आइये सुनें "अनहद गीत" की दूसरी प्रस्तुति "दिखने में हम छोटे हैं पर नहीं किसी से कम..." :

इसी क्रम में आज आइये सुनें "अनहद गीत" की दूसरी प्रस्तुति "दिखने में हम छोटे हैं पर नहीं किसी से कम..." :
8 टिप्पणियाँ
बच्चों की आवाज गीत में मधुर लग रही है। रीना कपिल व जी.बी.एन विद्यालय को बधाई इस प्रस्तुति के लिये।
जवाब देंहटाएंमधुर स्वर व उतना ही कर्णप्रिय संगीत.. इस प्रस्तुति के लिये रीना कपिल जी व प्रस्तुतकर्ता बच्चे बधाई के पात्र हैं.
जवाब देंहटाएंसुबह से कई बार सुना इसे, मनमोहक है गीत।
जवाब देंहटाएंबच्चों की बहुत अच्छी गीत.. जी बी एन स्कूल को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंबच्चों ने बहुत अच्छी तरह गाया है। रीना कपिल और जी.बी.एन विद्यालय को बधाई एवं शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंबच्चों की आवाज में
जवाब देंहटाएंमधुर - गीत ....
जी.बी.एन विद्यालय को
बधाई....
bachho ko aur reena ji ko aur sahitya shilpi ko badhai ..
जवाब देंहटाएंgeet ka tempo apni pakadh banaye hue hai .. aur bacchon ke mukh se ye geet sahi mein ye baya kar raha hai ki "honhaar birwan ke hot cheekane paat "
badhai
vijay
bahut hi achcha prayas hai. Saadhuvaad. aage bhi intjar rahega
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.