
गीत के बोल हैं:
हर दिन सूरज उम्मीदों का नया सवेरा लाता है।
हर आँगन में दीप खुशी का मगर कहाँ जल पाता है।।
बरसों बीते फिर भी बस्ती अंधकार में डूबी है;
कभी कभी लगता है जैसे ये आज़ादी झूठी है।
आँखों का हर ख़ाब अचानक अश्क़ों में ढल जाता है;
हर आँगन में दीप खुशी का मगर कहाँ जल पाता है।।
हाथ बँधे हैं अब नेक़ी के, सच के मुँह पर ताला है;
मक्कारों का डंका बजता, हर एक सिम्त घोटाला है।
खरा दुखी है, खोटा लेकिन हर सिक्का चल जाता है;
हर आँगन में दीप खुशी का मगर कहाँ जल पाता है।।
देश की क़ुरबानी में शामिल आखिर खून सभी का है;
मगर है लाठी हाथ में जिसके हर कानून उसी का है।
वही करें मंज़ूर सभी जो ताक़तवर फ़रमाता है;
हर आँगन में दीप खुशी का मगर कहाँ जल पाता है।।
13 टिप्पणियाँ
What a voice, nice poem too..
जवाब देंहटाएंAlok Kataria
देवमणि जी बहुत अच्छी कविता है। हरीष भिमानी की आवाज तो भारत भर में अकेली है। स्वर्णिम आवाज है।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति है, देवमणि जी को बधाई। हरीश जी की आवाज का तो मैं कायल हूँ।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी यह प्रस्तुति। इस तरह कविता सुनना भी अच्छा अनुभव रहा।
जवाब देंहटाएंदेश की क़ुरबानी में शामिल आखिर खून सभी का है;
जवाब देंहटाएंमगर है लाठी हाथ में जिसके हर कानून उसी का है।
देवमणि जी बहुत अच्छी कविता है।
regards
अच्छा लगा इस क़ोम्बिनेशन को सुनना, एक बेहतरीन कवि की बेहद अच्छी कविता को शानदार आवाज।
जवाब देंहटाएंहरीश जी
जवाब देंहटाएंबात समय की ही तो है
आपने कही तो है
सच को झूठ और झूठ को सच मानना शुरू कर दीजिए
नेकी को बदी और बदी को नेकी कहना ही होगा वरना ये माहोल ऐसा ही है कि सच, इमानदारी, नेकी को अपने अस्तित्व का सुबूत देना होता है। बदमाशी को नहीं।
बहुत अच्छी लगी यह प्रस्तुति। बधाई।
जवाब देंहटाएंRACHNA SHRI DEVMANI PANDEY KEE AUR
जवाब देंहटाएंSWAR SHRI HARISH HIMANI KAA SONE
PAR SUHAAGAA WAALEE BAAT HAI.IS
SANGAM PAR MUJHE BHARAT VYAS JEE KA
GEET YAAD AA GAYAA HAI-
TERE SUR AUR MERE GEET
DONO MILKAR BANEGEE PREET
hi
जवाब देंहटाएंkaafi achha lagi
bahut achhi panktiyaan hai
देवमणि जी की..... बेहद अच्छी कविता......
जवाब देंहटाएंहरीश भिमानी जी की बेहद अच्छी आवाज......
बहुत अच्छी प्रस्तुति.....
देवमणि जी एक भावभरी कविता पढ़वाने के लिए आभार साथ ही हरीश जी की आवाज में सुन केर मजा दुगना हो गया
जवाब देंहटाएंभीमानी जी की आवाज़ से कविता में चार चाँद लगा दिए
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.