
दिल बीती बातें याद करता रहा
यादों का चिराग रातभर जलता रहा
नज़म का एक एक अल्फाज़ चुभता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
जाने किसके इन्तेजार मे
सफर-ए-शब कटता रहा
जो गीत तुमने छेड़े थे
रात भर मैं वह गुनगुनाता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
शमा पिघलती ही रही थी
और दूर कोई आवाज दे रहा
जुंबा जो न कह पा रही थी
अश्क एक एक दास्तां कहता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
यादें पुरानी आती ही रही,
दिल धीमे धीमे दस्तक देता रहा
चिंगारियां भड़कती ही रही
टूटे हुए सपनो से कोई पुकारता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
यादों का चिराग रातभर जलता रहा
नज़म का एक एक अल्फाज़ चुभता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
18 टिप्पणियाँ
बहुत कोमल कविता है। मन को छू जाने वाली।
जवाब देंहटाएंदिल बीती बातें याद करता रहा
जवाब देंहटाएंयादों का चिराग रातभर जलता रहा
नज़म का एक एक अल्फाज़ चुभता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
बहुत खूब..
बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंशमा पिघलती ही रही थी
और दूर कोई आवाज दे रहा
जुंबा जो न कह पा रही थी
अश्क एक एक दास्तां कहता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
Nice poem, Thanks.
जवाब देंहटाएंAlok Kataria
विजय जी पुरानी यादों में खो कर लिखेंगे तो एसी ही मनभावन रचनायें निकलेंगी। बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंदिल के अरमाँ आसुँओं में बह गए....
जवाब देंहटाएंभावनाओं की सुन्दर प्रस्तुति
बहुत अच्छी कविता है। बधाई।
जवाब देंहटाएंGood Poem... I have read it before here:
जवाब देंहटाएंhttp://poemsofvijay.blogspot.com/2008/03/blog-post_07.html
आपकी याद आती रही रात भर
जवाब देंहटाएंचश्मेनम मुस्कराती रही रात भर
रात भर दर्द की शमा जलती रही
ग़म की लॉ थरथराती रही रात भर
KAVITA ACHCHHEE BAN PADEE HAI.
जवाब देंहटाएं"EK ALFAAZ"KAA PRAYOG SAHEE NAHIN
HAI.ALFAAZ BAHU VACHAN HAI.
शमा पिघलती ही रही थी
जवाब देंहटाएंऔर दूर कोई आवाज दे रहा
जुंबा जो न कह पा रही थी
अश्क एक एक दास्तां कहता रहा
दिल बीती बातें याद करता रहा
वाह जी वाह कविता पढकर लगा कि एक एक शब्द को दर्द में डुबोकर चस्पा किया हे आपने बहुत खूब
आपका यादों के गलियारे से गुजरना बहुत अच्छा लगा,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब....
जवाब देंहटाएंहौले हौले सहला कर चली गई।
जवाब देंहटाएंयाद तुम फिर आना ।
प्रवीण पंडित
aap sab ko mera hridyapoorvak dhanyawad.
जवाब देंहटाएंaapne kavita pasand ki , mujhe aur kya chahiye..
vijay
poemsofvijay.blogspot.com
No deposit bonuses - POKER money bankrolls
जवाब देंहटाएंall possible no deposit bonuses starting bankrolls for free Good luck at the tables.
Donald Duck
जय सिया राम ,दोस्तों आज शुकरवार के दिन सभी मित्रो को गुरु सुकरदेव जी रक्षा करे आज़ का दिन सभी मित्रो का मंगल मये हो ? मेरी हार्दिक शुभ कामना बहुत ही सुन्दर रचना दिल छु लिया हमरा ?
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.