
नींद की आंखो से देखा तो
तुम थीं
मुझसे मेरी नज्में मांग रही थीं
उन नज्मों को, जिन्हें संभाल रखा था, मैंने तुम्हारे लिए;
एक उम्र भर के लिए ...
आज कही खो गई थी, वक्त के धूल भरे रास्तों में ......
शायद उन्ही रास्तों में ..
जिन पर चल कर तुम यहाँ आई हो....
क्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
परायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते.....
15 टिप्पणियाँ
bhigi aankho se to kisi ke yahan bhee nahi jana chahiye, chahe ghar apna ho ya paraya. narayan narayan
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी कविता.. बधाई स्वीकारें।
जवाब देंहटाएंक्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
परायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते
क्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
जवाब देंहटाएंपरायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते.....
last lines are ultimate. Thanks.
Alok Kataria
नींद की आंखो से देखा तो
जवाब देंहटाएंतुम थी
मन प्रसन्न हो गया कविता पढ कर। हर पंक्ति कविता है।
डूब कर लिखा है आपने।
जवाब देंहटाएंवाह वाह।
शायद उन्ही रास्तों में ..
जवाब देंहटाएंजिन पर चल कर तुम यहाँ आई हो....
क्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
परायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते.....
जबरदस्त।
क्या पता कोई अपना समझ कर ही भीगी आंखों से आया हो उन्हीं नज्मों को तलाशता जिन्हें आप खो बैठे हैं... :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव प्रदर्शन
बेहतरीन कविता
जवाब देंहटाएंसबसे अच्छी जो मुझे लगी वैसे सारी कविता ही काबिलेतारीफ है
आज कहीं खो गई थी, वक्त के धूल भरे रास्तों में
शायद उन्हीं रास्तों में
जिन पर चल कर तुम यहां आई हो
क्या बात है सपत्ति साहब जी दिल खुश हो गया बहुत बहुत बधाई आपको
VIJAY KUMAAR JEE,KAVABHIVYAKTI ATI
जवाब देंहटाएंSUNDER HAI.MEREE BADHAAEE SVEEKAAR
KAREN.
क्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
जवाब देंहटाएंपरायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते.....
वाह।....
बहुत सुन्दर भाव ....
बधाई स्वीकारें...
क्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
जवाब देंहटाएंपरायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते...
अनिर्वचनीय पीड़ाजनित रोष की सशक्त अभिव्यक्ति ... उससे जो करक और जनक हो फ़िर भी उम्मीद ... अद्भुत अभिव्यक्ति .. बधाई
वाह । जबरदस्त ।
जवाब देंहटाएंक्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
जवाब देंहटाएंपरायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते.....
दिल को छू गई।
क्या किसी ने तुम्हे बताया नहीं कि
जवाब देंहटाएंपरायों के घर, भीगी आंखों से नहीं जाते.....
पते की बात...
main aap sab ke pyaar ke liye aapka dhanyawad deta hoon..
जवाब देंहटाएंaapka
vijay
http://poemsofvijay.blogspot.com/
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