कवि परिचय:-
श्रद्धा जैन अंतर्जाल पर सक्रिय हैं तथा ग़ज़ल विधा में महत्वपूर्ण दख़ल रखती हैं।
आप शायर फैमिली डॉट् क़ॉम का संचालन भी कर रहीं हैं व इस माध्यम से देश-विदेश के स्थापित व नवीन शायरों एवं कवियों को आपने मंच प्रदान किया है। वर्तमान में आप सिंगापुर में अवस्थित हैं व एक अंतर्राष्ट्रीय विद्यालय में हिन्दी सेवा में रत हैं।
अच्छी है यही खुद्दारी क्या
रख जेब में दुनियादारी क्या
जो दर्द छुपा के हंस दे हम
अश्कों से हुई गद्दारी क्या
हंस के जो मिलो सोचे दुनिया
मतलब है, छुपाया भारी क्या
वे देह के भूखे क्या जाने
ये प्यार वफ़ा दिलदारी क्या
बातें तो कहे सच्ची "श्रद्धा"
वे सोचे मीठी खारी क्या
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समर्पण:-
यह ग़ज़ल आदरणीय प्राण शर्मा जी के दिशानिर्देश में पूर्ण हुई। उनके मार्गदर्शन का आभार - श्रद्धा जैन
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36 टिप्पणियाँ
हंस के जो मिलो सोचे दुनिया
जवाब देंहटाएंमतलब है, छुपाया भारी क्या
बहुत खूब।
जो दर्द छुपा के हंस दे हम
जवाब देंहटाएंअश्कों से हुई गद्दारी क्या
वे देह के भूखे क्या जाने
ये प्यार वफ़ा दिलदारी क्या
बेहद अच्छी ग़ज़ल, बधाई।
जो दर्द छुपा के हंस दे हम
जवाब देंहटाएंअश्कों से हुई गद्दारी क्या
क्या बात है। अति सुंदर......
बहुत खूब लिखा.. जो लाग लपेट के बोलते हैं वो सच नहीं बोलते..
जवाब देंहटाएंजो मित्र हैं वह सच ही बोलते हैं चाहे किसी को खारी या कडवी लगे... छोटे बहर की सुन्दर गजल के लिये बधाई
बातें तो कहे सच्ची "श्रद्धा"
जवाब देंहटाएंवे सोचे मीठी खारी क्या
सुन्दर अभिव्यक्ति।
श्रद्धा जी आप की ग़ज़्ल विधा पर अच्छी पकड है साथ ही आपने इस विधा को अंतर्जाल पर स्थान दिलाने के लिये भी महत्वपूर्ण कार्य किया है। आपकी सीखने और सीखते रहने की ललक प्रसंशनीय है। बहुत अच्छी ग़ज़ल के लिये मेरी बधाई स्वीकारें।
जवाब देंहटाएंजो दर्द छुपा के हंस दे हम
जवाब देंहटाएंअश्कों से हुई गद्दारी क्या
हंस के जो मिलो सोचे दुनिया
मतलब है, छुपाया भारी क्या
बहुत अच्छे शेर हैं।
जो दर्द छुपा के हंस दे हम
जवाब देंहटाएंअश्कों से हुई गद्दारी क्या
बहुत सुंदर लिखा है आपने श्रद्धा
हर शेर दाद के योग्य है।
जवाब देंहटाएंजो दर्द छुपा के हंस दे हम
अश्कों से हुई गद्दारी क्या
अनुज कुमार सिन्हा
भागलपुर
हर शेर अच्छा बन पढा है। आप बहुत अच्छी शायरा हैं।
जवाब देंहटाएंbahut khoobsurat rachna.
जवाब देंहटाएंbahut khub shraddha jee,
जवाब देंहटाएंhar sher bahut khoob hai
daad kabul kare
हंस के जो मिलो सोचे दुनिया
जवाब देंहटाएंमतलब है, छुपाया भारी क्या
वे देह के भूखे क्या जाने
ये प्यार वफ़ा दिलदारी क्या
Bahut behtar.
hi
जवाब देंहटाएंbahut badhiya
वे देह के भूखे क्या जाने
ये प्यार वफ़ा दिलदारी क्या
wah wah kya baat he
SHRADDHA JAIN JEE MEIN PRATIBHA
जवाब देंहटाएंHAI.GAZAL KHOOB KAHTEE HAIN.AAGE
BAHUT AAGE JAYENGEE PARVEEN SHAAQIR
KEE TARAH BASHARTE VE YUN HEE LIKHTEE AUR KAHTEE RAHIN.IS GAZAL
KAA HAR SHER PYAARAA HAI.BADHAAEE
bahut heee achee likhee hai ye agzal bahut emhanat aur bahut man dikhlayee de rahe hain
जवाब देंहटाएंवे देह के भूखे क्या जाने
जवाब देंहटाएंये प्यार वफ़ा दिलदारी क्या
bahut hi acha likha hai aapne
dil ko chhu gaya
वाह क्या बात है। बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंजो दर्द छुपा के हंस दे हम
अश्कों से हुई गद्दारी क्या
वो देह के भुखे क्या जाने
जवाब देंहटाएंहै प्यार वफ़ा दिलदारी क्या ..
बहोत ही प्यारी ग़ज़ल है श्रधा ही ,आप ख़ुद में ही एक मुक्कमल गज़लकारा है,ऊपर से श्रेष्ठ प्राण शर्मा जी का आशीर्वाद फ़िर क्या कहने ... ढेरो बधाई कुबूल करें ....
अर्श
सुस्वागतम हसना दरद मे ही चाहिये वर्ना हसी चैनल से प्रायोजित जैसी लगती है :)
जवाब देंहटाएंजो दर्द छुपा के हंस दे हम
जवाब देंहटाएंअश्कों से हुई गद्दारी क्या
वाह श्रधा जी वाह....लाजवाब शेर है...पूरी की पूरी ग़ज़ल की असर दार है...प्राण शर्मा जी तो पारस हैं, जिनके छूने मात्र से ही लोहा सोने में परिवर्तित हो जाता है...ये मेरा व्यक्तिगत अनुभव है...आप भाग्यशाली हैं जो आपको उनसे मार्ग दर्शन मिला.
नीरज
bahut hi achhi rachna
जवाब देंहटाएंitni sahaj abhivyakti dil chhuti hain sach me
bahut achhi lagi
बेहतरीन गज़ल.....तालियाँ
जवाब देंहटाएंजो दर्द छुपा के हंस दे हम
जवाब देंहटाएंअश्कों से हुई गद्दारी क्या
निहायत उम्दा अभिव्यक्ति......
ek sundar ghazal ke liye meree or se Dher saaree badhaayii!!
जवाब देंहटाएं-dheer
जो दर्द छुपा के हंस दे हम
जवाब देंहटाएंअश्कों से हुई गद्दारी क्या
बहुत खूब...
सुंदर ....
बधाई स्वीकारें..
खूबसूरत ग़ज़ल..........
जवाब देंहटाएंमहकती हुयी, छलकती हुयी
shaddha ji aapka niymit pathak hun aap ani lekhni se niymit taro-taaza karaati hain aaka aabhaar jo aake lkhan k jaadu s main bhigya hun....
जवाब देंहटाएंyun hi padhate rahuye....shubhkaamnaayen
बेहद ख़ूबसूरत ग़ज़ल के लिए बधाई.
जवाब देंहटाएंहर शेर बहुत अच्छा है.
प्रस्तुति के लिए भी आभार
dwijendradwij.blogspot.com
shradhdha ji, bahut sundar gajal hai
जवाब देंहटाएंati sundar.
जवाब देंहटाएंBahut badhiya shraddha ji..
http://tanhaaiyan.blogspot.com
इस ग़ज़ल मे है श्रद्धा जैन की सोज़-ए दुरूँ
जवाब देंहटाएंपाठकोँ को पढ के जिसको मिलता है ज़ेहनी सुकूँ
अहमद अली बर्क़ी आज़मी
wah shraddha,bahut hi sundar gazal likhi hai..
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar ghazal likhi hai aapne....
जवाब देंहटाएंwakai kabile tareef
कमाल मिला मुज़ेः इस तहरीर में और तुम्हारी मेहनत भी
जवाब देंहटाएंSeo Services India | Seo Company India | Links Building Services India | Link Building | Web
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.