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मेरा मकान हो [ग़ज़ल] {आज जन्मदिवस पर विशेष प्रस्तुति} - प्राण शर्मा


आज जाने-माने गज़लकार श्री प्राण शर्मा जी का ७२वाँ जन्म-दिवस है। इस सुअवसर पर हम साहित्य शिल्पी की ओर से उन्हें शुभकामनायें देते हैं। इस अवसर पर प्रस्तुत है प्राण जी की एक खूबसूरत गज़ल:

रचनाकार परिचय:-


प्राण शर्मा वरिष्ठ लेखक और प्रसिद्ध शायर हैं और इन दिनों ब्रिटेन में अवस्थित हैं।
आप ग़ज़ल के जाने मानें उस्तादों में गिने जाते हैं। आप के "गज़ल कहता हूँ' और 'सुराही' - दो काव्य संग्रह प्रकाशित हैं, साथ ही साथ अंतर्जाल पर भी आप सक्रिय हैं।


मेरा मकान हो या तुम्हारा मकान हो
ऐसा लगे कि जैसे महल आलिशान हो

यूँ तो मिठाइयों की दुकाने हैं हर जगह
मिलता हो जिसमें प्यार भी ऐसी दुकान हो

क्यों आदमी को रोज़ फिसलने का डर रहे
क्यों जिंदगी में ऐसी भी कोई ढलान हो

खुशहाली मेहरबान हो दुनिया में इस कदर
हीरों की खान हो कहीं सोने की खान हो

छोटी सी उसकी भूल डुबो देती है उसे
कोई भले ही दोस्तो कितना महान हो

सब नफरतें, उलाहने दुनिया में दफ़्न हों
हर कोई "प्राण" हर किसी का चाहवान हो

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26 टिप्पणियाँ

  1. खुशहाली मेहरबान हो दुनिया में इस कदर
    हीरों की खान हो कहीं सोने की खान हो

    प्राण जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनायें।

    जवाब देंहटाएं
  2. 72 साल की उम्र में श्री प्राण जी जो कार्य कर रहे हैं वो तो हम जैसे लोग इस उम्र में भी नहीं कर पा रहे हैं । मेरा प्रणाम उनको और उनके साहित्‍य को । ईश्‍वर उनको सौ साल की उम्र दे ।

    जवाब देंहटाएं
  3. HAPPY BIRTH DAY PRAN JEE

    ALOK KATARIA

    जवाब देंहटाएं
  4. प्राण जी,

    ७२ वें जन्म दिन पर मेरी हार्दिक बधाई. सुन्दर गज़ल. इसके लिए भी बधाई.

    क्यों आदमी को रोज़ फिसलने का डर रहे
    क्यों जिंदगी में ऐसी भी कोई ढलान हो
    कितनी सुन्दर बात आपने कम शब्दों में कह दी है.

    चन्देल

    जवाब देंहटाएं
  5. प्राण जी का लेखन एसा है कि उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रहा जा सकता। यही ग़ज़ल देखिये -

    क्यों आदमी को रोज़ फिसलने का डर रहे
    क्यों जिंदगी में ऐसी भी कोई ढलान हो

    खुशहाली मेहरबान हो दुनिया में इस कदर
    हीरों की खान हो कहीं सोने की खान हो

    जन्मदिन की शुभकामनायें।

    जवाब देंहटाएं
  6. जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें, बहुत अच्छी ग़ज़ल, बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  7. आदरणीय प्राण भाई साहब को सालगिरह मुबारक हो -
    शतायू होँ यही कामना है-
    और आज के दिन मीठा अवश्य खाइयेगा ..
    सादर , स -स्नेह,
    - लावण्या

    जवाब देंहटाएं
  8. आदरणीय प्राण शर्मा जी को मेरी और साहित्य शिल्पी परिवार की ओर से जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनायें।

    साहित्य शिल्पी तब शैशव अवस्था में था जब प्राण शर्मा जी नें इस प्रयास में अपना विश्वास जताया और प्रोत्साहित् किया।

    प्राण जी न केवल बडे विद्वान हैं अपितु हिन्दी और समाज के लिये गौरव का विषय भी। उनके "साहित्य-शिल्पी" होने पर हम भी गौरवांवित होते हैं।

    जवाब देंहटाएं
  9. प्‍यार की दुकान
    हीरे की खान
    सोने की खान
    और भूल का मकान
    नीचे ले जाती ढलान
    यही तो है इंसान।
    इंसान में मिलती हैं
    सब चीजें
    कर ली हो उसने
    गर दोस्‍ती महान।

    जन्‍मदिन पर प्राण जी को महाप्रणाम।

    जवाब देंहटाएं
  10. प्राणजी को जन्‍मदिन की बधाई।

    आज के दिन इतनी खूबसूरत कविता देकर हम सभी का दिल जीत लिया।

    जवाब देंहटाएं
  11. प्राण जी जन्म दिन पर हार्दिक शुभकामनायें स्वीकारें.
    सुन्दर गजल पढवाने के लिये आभार

    जवाब देंहटाएं
  12. आदरणीय प्राण जी को उनके जन्म दिन के शुभ अवसर पर, मेरे परिवार की ओर से बहुत बहुत बधाई, मेरी प्रार्थना है ईश्वर से की ; उन्हें लम्बी आयु प्रदान करे, उनकी health ठीक रहे ,परिवार में सब कुछ मंगलमय हो .....

    साहित्य शिल्पी ने उनके जन्मदिन पर उनकी प्यारी सी ग़ज़ल publish करके बहुत ही अच्छी बधाई दी है ..

    क्यों आदमी को रोज़ फिसलने का डर रहे
    क्यों जिंदगी में ऐसी भी कोई ढलान हो

    इतनी बेहतरीन ग़ज़ल की क्या कहूँ.. बस प्राण जी को प्रणाम करता हूँ ...

    धन्यवाद.

    विजय

    जवाब देंहटाएं
  13. मैंने एक छोटी सी रचना लिखी है प्राण जी के जन्मदिन के अवसर पर ...

    ये एक छोटी सी गुरुदाक्षिणा है चरण स्पर्श के साथ.........

    नमस्कार
    आपका

    विजय
    ------------------

    " जन्मदिन "

    आज कुल जहान की खुशियाँ सिर्फ आपको मिले
    आज आपको सारी दुनिया की बहुत सी दुआ मिले
    यही प्रार्थना है प्रभु से की आपको लम्बी उम्र मिले
    आपके जन्मदिन से हर बरस आपको सुख मिले !!!

    जीवन की राहो में आपके ,सदा फूल खिले मिले
    बीते बरसो के अनुभव से आपको सिर्फ प्यार मिले
    कायनात से भी झुककर आपको बहुत से सलाम मिले
    आपके जन्मदिन से हर बरस आपको सुख मिले !!!

    साहित्य जगत को सदा आपका मार्गदर्शन मिले
    हम जैसे बन्दों को सदा आपका आर्शीवाद मिले
    आपकी नयी गज़लों का स्वाद हमेशा चखने को मिले
    आपके जन्मदिन से हर बरस आपको सुख मिले !!!

    हमें नाज़ है आप पर , कि आप हमें इस रूप में मिले
    उस प्रभु के शुक्रगुजार है की आपके आर्शीवाद हमें मिले
    आपके चरणस्पर्श के साथ मेरी ये छोटी सी भेंट आपको मिले
    आपके जन्मदिन से हर बरस आपको सुख मिले !!!

    जवाब देंहटाएं
  14. aadarniya Pran Saheb ko janm din kee DheroN shubhkaamnaayeN. bhagwaan aapko achchhee sehat se nawaaze aur aapkee sarparastee ham jaise taalib e ilm par qaayam rakhe.

    ghazal ke liye daad qabool keejiye!

    Dheeraj Ameta -"Dheer"

    जवाब देंहटाएं
  15. प्राण शर्मा जी को जन्म दिन बहुत मुबारक।

    खुशहाली मेहरबान हो दुनिया में इस कदर
    हीरों की खान हो कहीं सोने की खान हो

    जवाब देंहटाएं
  16. प्राण जी को जन्म दिन पर बहुत बहुत बधाई. अच्छॆ स्वास्थ्य वा लम्बी आयु के लिये शुभकामनाऎं

    बागों में बादे-सबा ऎसी चली
    जन्म-दिन पर हर कली खिलने लगी

    ख़ुद ब ख़ुद जलने लगी ये बत्तियां
    प्राण जी ने जब ग़ज़ल ऐसी कही

    केक पर है हर नज़र ललचाई सी
    पेट में कुछ हो रही है खलबली

    प्राण जी को हर ख़ुशी मिलती रहे
    ये दुआ करते हैं हम मिलकर सभी
    महावीर शर्मा

    जवाब देंहटाएं
  17. SABHEE GUNEEJANON KEE SHUBH
    KAMNAYEN PAAKAR MERAA HRIDAY
    KHUSHEE SE PHOOLA NAHIN SAMAA
    RAHAA HAI.VISHWAS KIJIYE KI
    KHUSHEE KE KARAN MERAA KHOON
    KUCHH BADHA HUAA LAGTA HAI.
    KASH,SABHEE YAHAN HOTE AUR UNKO
    MAIN SHUDDH KHOVE KAA KALAKAND
    KHILAATA.SABKO MERA DHANYAWAD.

    जवाब देंहटाएं
  18. आदरणीय अग्रज !

    शत शत अभिनंदन ! आपका स्नेह मार्गदर्शन साहित्यशिल्पी एवं गजल की दुनियां को यूं ही अनवरत लब्ध होता रहे आपके जन्म दिवस पर यही मंगलकामना और ईश्वर से प्रार्थना है.

    सादर नमन - ’कान्त’

    जवाब देंहटाएं
  19. जन्‍मदिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ यह कामना भी करता हूं कि यूं ही आप लिखते रहें और हम पढ़ते रहें । बहुत-बहुत शुभकामनाएं ।

    जवाब देंहटाएं
  20. प्राण बिन निष्प्राण सी लगती गजल.

    प्राण पा सम्प्राण हो सजती गजल.


    बहर में कह रहे बातें अनकही-

    अलंकारों से सजी रुचती गजल.


    गुजारिश है दिन-ब-दिन रहिये जवां

    और कहिये रोज ही महती गजल.


    जन्मदिन की शत बधाई लीजिये.

    दीजिये बिन कुछ कहे कहती गजल.


    'सलिल' शैदा आपके फन पर हुआ-

    नर्मदा की लहर सी बहती गजल.



    *************************

    जवाब देंहटाएं
  21. बहुत खूब लिखा उस्ताद प्राण साहब ने। इनके गजल-विधा में मानव की अदम्य सर्वजनीन सुखेषणा को आसनी से लक्ष्य किया जा सकता है। गजल को साकी, पैमाना,इश्क-मुश्क और व्यैक्तिक भावनाओं की निहायत आत्मबद्ध अभिव्यक्ति की घटाटोप से बाहर निकाल कर प्राण साहब ने हिंदी-गजल को एक चौडा़ पाट दिया है और उसे जीवन-मूल्यों से जोड़ा है जो (जब हिंदी का गजलेतिहास जब लिखा जायेगा तो) एक चिरस्मरणीय उपलब्धि मानी जायेगी।
    साथ ही आज उनका बहत्तरवाँ जन्म दिन हैं। मैं उनको अपने हृदय का उल्लास समर्पित करते हुये उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूँ।
    -सुशील कुमार

    जवाब देंहटाएं
  22. janma divas ki khoob khoob badhaai !
    ghazal ke liye hardik naman !

    जवाब देंहटाएं
  23. आदरणीय भाई साहब,
    जन्मदिन की ढेरों बधाइयाँ!
    यूँ तो मिठाइयों की दुकाने हैं हर जगह
    मिलता हो जिसमें प्यार भी ऐसी दुकान हो
    आप की प्यार भरी दुकान हमेशा खुली रहे और
    हम आप का स्नेह लेते रहें.
    आप की लम्बी उम्र की कामना करती हूँ.
    ईश्‍वर आपको सौ साल की उम्र दे ।

    जवाब देंहटाएं

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