
रिश्ते खून से नहीं दर्द से बना करते हैं.
तुम मेरी आँखों के आँसू पोंछ देना,
मैं तुम्हारे होठों पर मुस्कान सजा दूँ.
हम लड़ें अपनी परिस्थितियों से,
और एक दूसरे की जीत का महोत्सव मनाएँ,
बँटवारा जमीन नहीं, हमारे सुख - दुःख का हो,
क्योंकि जमीन पर खिंछी हुई लकीर,
हृदय को भी बाँटती है.
आओ अर्जित करें सम्मान का धन,
संचित करें अपनापन,
विस्मृत करें वैमनस्य,
स्थापित रहे सामंजस्य,
शमित हो अंहकार,
बस प्रेम का हो संचार,
बस प्रेम का हो संचार.
12 टिप्पणियाँ
हम लड़ें अपनी परिस्थितियों से,
जवाब देंहटाएंऔर एक दूसरे की जीत का महोत्सव मनाएँ,
बँटवारा जमीन नहीं, हमारे सुख - दुःख का हो,
क्योंकि जमीन पर खिंछी हुई लकीर,
हृदय को भी बाँटती है.
सोच से भरी कविता।
किरण जी, साहित्य शिल्पी पर आपका स्वागत। उम्मीद से भरी कविता अच्छी लगी -
जवाब देंहटाएंतुम मेरी आँखों के आँसू पोंछ देना,
मैं तुम्हारे होठों पर मुस्कान सजा दूँ.
हम लड़ें अपनी परिस्थितियों से,
और एक दूसरे की जीत का महोत्सव मनाएँ,
तुम मेरी आँखों के आँसू पोंछ देना,
जवाब देंहटाएंमैं तुम्हारे होठों पर मुस्कान सजा दूँ
आज के ज़रुरत है ये..........ऐसे समाज का निर्माण होना चाहिए ..अच्छी रचना है..........
किरण जी आपकी पंक्तियाँ गद्य अधिक हो गयी हैं। एक स्वस्थ सोच है आपकी कविता में।
जवाब देंहटाएंकविता और अच्छी हो सकती थी। भाव अच्छे लगे।
जवाब देंहटाएंये कविता पढ़ कर , ख़ास तौर पर दूसरा पद , बचपन में होने वाली स्कूली प्रार्थना याद आ गयी | जो कि सुखद रहा | सन्देश स्पष्ट और सामयिक है |
जवाब देंहटाएंकविता कि शुरुआत मुक्त छंद से हुई और ख़त्म होते होते तुकांत शैली दिखाई देने लगी जो कि कविता के ढांचे को ज़रा confused सा बनाता है ...
फिर भी एक सुन्दर भाव से परिपूर्ण कविता लिखने के लिए बधाई |
आप की कविता पर कमेन्ट करने औकात ही नहीं है मैं तो इतना ही कहूँगा बेहतरीन ये लेनी दिल, को छू गयी रिश्ते खून से नहीं दर्द से बना करते हैं.
जवाब देंहटाएंसादर
प्रवीण पथिक
9971969084
किरन जी बहुत अच्छी कविता है।
जवाब देंहटाएंप्रेरणा देती कविता के लिए किरण जी को बहुत-बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंएक आशावादी साकारात्मक भाव लिये कविता.. किरण सिन्धु जी को अच्छी कविता के लिये बधाई
जवाब देंहटाएंसकारात्मक
जवाब देंहटाएंहम लड़ें अपनी परिस्थितियों से,
जवाब देंहटाएंऔर एक दूसरे की जीत का महोत्सव मनाएँ.
बहुत ही उम्दा। किरण सिंधु जी को बधाइयां।
आपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.