
जल्दी से मुझ को नहला दो
सुन्दर सी कोई ड्रेस पहना दो
थोडी सी लिपस्टिक लगा दो
बन जाउं मैं मैडम
माँ आज शिक्षक दिवस है
रचना सागर का जन्म 25 दिसम्बर 1982 को बिहार के छ्परा नामक छोटे से कस्बे के एक छोटे से व्यवसायिक परिवार मे हुआ। इनकी शिक्षा-दीक्षा भी वहीं हुई। आरंभ से ही इन्हे साहित्य मे रूचि थी। आप अंतर्जाल पर विशेष रूप से बाल साहित्य सृजन में सक्रिय हैं।
मुझ को रंग बिरंगे उपहार दिला दो
मैं दूंगी उपहार
अपनी अनीता मैम को
जो देती हर रोज मुझे
ज्ञान और प्यार भी
लगती है वो मुझको प्यारी
माँ आज शिक्षक दिवस है
माँ तुमने ही बतलाया था
राधाकृष्णन जी का जन्मदिन
जिसे गुरू के सम्मान में
मनाते है हम
गुरू बिना ज्ञान नहीं पाता कोई
मेरा शत शत नमन गुरु को
माँ आज शिक्षक दिवस है
8 टिप्पणियाँ
बहुत अच्छी कविता है रचना जी।
जवाब देंहटाएंशिक्षक सिवस की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रचना.... रचना जी
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस पर ......मेरी शुभ-कामनाएँ.....
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस पर अच्छी रचना।
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस पर अच्छी कविता।
जवाब देंहटाएंrachna kitna pyara likha hai.aap sabhi ko tearch's day ki shubh kamnayen
जवाब देंहटाएंrachana
शिक्षक दिवस के अनुकूल सुन्दर बाल कविता
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.