
प्रयास कर तू, प्रयास कर |
सूरज शोला बरसाए,
सफलता मिलने को तरसाए,
रात घनी छाये,
विफलता साथ लाये,
फिर भी जीने की आहें भर,
प्रयास कर तू, प्रयास कर |
साहस साथ छोड़े,
आशा मुंह मोड़े,
मन लगे रोने,
भय - भ्रान्ति में खोने,
फिर भी उठा अपना सर,
प्रयास कर तू, प्रयास कर|
एकदिन...
वही सूरज नव प्रभात लाएगा,
खोये साहस को साथ लाएगा,
वही रात चाँद लायेगी,
सफलता को बाँध लायेगी,
आशा का मुंह मुड जाएगा,
मन से भय उड़ जाएगा,
सब दुःख वो ( ईश्वर), लेंगें हर,
प्रयास कर तू, प्रयास कर|
5 टिप्पणियाँ
वही सूरज नव प्रभात लाएगा,
जवाब देंहटाएंखोये साहस को साथ लाएगा,
वही रात चाँद लायेगी,
सफलता को बाँध लायेगी,
आशा का मुंह मुड जाएगा,
मन से भय उड़ जाएगा,
सब दुःख वो ( ईश्वर), लेंगें हर,
प्रयास कर तू, प्रयास कर|
सकारात्मक कविता।
आशावादी कविता
जवाब देंहटाएंaatmvishwas badhati prerak kavita..
जवाब देंहटाएंdhanywaad avnish ji
Nice Poem
जवाब देंहटाएंAlok Kataria
आपकी कविता में अपील है, प्रभावित करती है।
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.