
नव सृजन, नव हर्ष की,
कामना उत्कर्ष की,
सत्य का संकल्प ले
प्रात है नव वर्ष की .
कल्पना साकर कर,
नम्रता आधार कर,
भोर नव, नव रश्मियां
शक्ति का संचार कर .
ज्ञान का सम्मान कर,
आचरण निर्माण कर,
प्रेम का प्रतिदान दे
मनुज का सत्कार कर .
त्याग कर संघर्ष का,
आगमन नव वर्ष का,
खिल रही उद्यान में
ज्यों नव कली स्पर्श का .
प्रेम की धारा बहे,
लोचन न आंसू रहे,
नवल वर्ष अभिनंदन
प्रकृति का कण कण कहे
4 टिप्पणियाँ
बहुत खूब , नव वर्ष की हार्दिक बधाई ।
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंBeautiful writing.
जवाब देंहटाएंWell wishesh for the new year.
Avaneesh Tiwari
सुन्दर प्रस्तुति..!!
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की बधाई और शुभकामनाएं !!
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