
इसकी चर्चा हर बार न करते अच्छा था
ज़ाहिर अपना उपकार न करते अच्छा था
ज़ाहिर अपना उपकार न करते अच्छा था
खुदगरजी की हद होती है कोई प्यारे
अपने से ही तुम प्यार न करते अच्छा था
अपने से ही तुम प्यार न करते अच्छा था
चलने से पहले सोचना था कुछ तो साथी
रस्ते में हा हा कार न करते अच्छा था
रस्ते में हा हा कार न करते अच्छा था
गर चुप था वो तो चुप ही रहने देते तुम
पागल कुत्ते पर वार न करते अच्छा था
पागल कुत्ते पर वार न करते अच्छा था
अपनों से ही सब रिश्ते नाते हैं प्यारे
अपनो से कारोबार न करते अच्छा था
अपनो से कारोबार न करते अच्छा था
खुद तो बीमार हुए तुम पर मुझको भी
अपनी ज़िद से बीमार न करते अच्छा था
अपनी ज़िद से बीमार न करते अच्छा था
ए "प्राण" भले ही मिलने तुम सबसे खुलकर
लेकिन सबका ऐतबार न करते अच्छा था
लेकिन सबका ऐतबार न करते अच्छा था
5 टिप्पणियाँ
Hamesha ki tarha Pran ji ki ghazal hum sab ko ek nayee raah dikhati hai.
जवाब देंहटाएंअपनों से ही सब रिश्ते नाते हैं प्यारे
अपनो से कारोबार न करते अच्छा था
Jeevan ka sootra vaakya!
अपनों से ही सब रिश्ते नाते हैं प्यारे
जवाब देंहटाएंअपनो से कारोबार न करते अच्छा था
खुद तो बीमार हुए तुम पर मुझको भी
अपनी ज़िद से बीमार न करते अच्छा था
ए "प्राण" भले ही मिलने तुम सबसे खुलकर
लेकिन सबका ऐतबार न करते अच्छा था
बहुत खूब
nice
जवाब देंहटाएं-Alok Kataria
प्रान जी की हर रचना मेरी प्रिय रचना होती है
जवाब देंहटाएंअच्छी गज़ल...बधाई
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.