
एक ने ट्रक के सामान पर नज़र डालते हुए कहा, "देखो यार! किस मज़े से इतना माल अकेला उड़ाए चला जा रहा है।"
सामान के मालिक ने कहा, "जनाब! माल मेरा है।"

दो तीन आदमी हँसे, "हम सब जानते हैं।"
एक आदमी चिल्लाया, "लूट लो! यह अमीर आदमी है, ट्रक लेकर चोरियाँ करता है।"
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मंटो की कहानियाँ इतिहास के दस्तखत हैं। वे वर्तमान को भी आईना दिखाने में सक्षम हैं। - साहित्य शिल्पी।
3 टिप्पणियाँ
सही कहा गया है |
जवाब देंहटाएंसाहित्य शिल्पी को इसे बांटने के लिए धन्यवाद ! ऐसे और शुरुवात की जरुरत है |
सस्नेह
Avanaeesh
Samaj ke vidrohi ang ki disha darshati yeh laghukatha apna safar poora kar rahi
जवाब देंहटाएंSahityashilpi ke manadl ko dhnaywaad ise padwane ke liye
आज भी बारीकी से देखो तो कम्युनिज्म का यही चेहरा है इसके आगे कुछ नहीं।
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.