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आगे आगे देखिये होता है क्या [सप्ताह का कार्टून] - अभिषेक तिवारी


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5 टिप्पणियाँ

  1. हर बार नयें घोटाले सामने आयेगें हर बार मनमोहन जी अपने हाँथ धुले बतायेंगे।

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  2. सही बात है कि अब आगे आगे देखते हैं होता है क्या।

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  3. शब्दों का बिना इस्तेमाल किये आपका यह कार्टून सरकार की पोल खोल रहा है। हमेशा की तरह सशक्त कार्टून।

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