हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई चारों हैं बेकार
मिलकर ख़त्म नहीं कर सकते देश से भ्रष्टाचार
जिस दिन हम सब एक हो गए यकीं करो मेरा
क़दमों में झुक जाएगा हम सब के ये संसार
आतंकी ए. सी. जेलों में मौज मनाते हैं
सरहद पर मरने वालों का ख़ून गया बेकार
सड़कों पर अब आ जाओ गर देश बचाना है
शहीद-ए-आज़म करो धमाका बहरी है सरकार
अब बारी है नये ख़ून की, हटें सभी बीमार
बहुत लग गया दिल्ली में इन कौओं का दरबार
मुझे जगाना है हर सोये हिन्दुस्तानी को
बिस्लिम मेरे दिल मेँ हैँ और कलम मेरा हथियार।
3 टिप्पणियाँ
nice. I support Anna Hazare.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर .... !
जवाब देंहटाएंवर्षों से सोये राष्ट्र ने आज करवट बदली है
वास्तविक जागरण और हुंकार अभी भरनी है
इस महानायक का तप हो न जाय बेकार ...
भ्रष्टाचारी के विरुद्ध हर घर से मुहिम करनी है
आइये इस कारवां को अभिनव आंदोलन में बदल दें ....
anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna anna ....hum tumhare saath h..
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.