वह मीडिया से थी | चेनल पर मसालेदार खबर परोसने के लिए उसे शहर यकायक उसकी नज़र एक पुस्तकालय पर पड़ी | ज्ञात हुआ कि किसी पुस्तक-प्रेमी ने अपनी इमारत के बेसमेंट में पुस्तकालय कि स्थापना की है |
प्रश्न था कि उन्होंने पुस्तकालय ही क्यों बनवाया ,कोई मॉल क्यों नहीं जिससे उन्हें आमदनी भी होती?
उत्तर था- उनके पुस्तक-प्रेम ने ऐसा करवा दिया |
उसने यह खबर, साक्षात्कार चेनल को दिया ताकि अच्छे कार्य के प्रति भावना का विकास हो सके |
चेनल पर वह न्यूज नहीं आई | विपरीत इसके उसे चटपटी खबर न देने के एवज में मेमो पकड़ा दिया गया |
5 टिप्पणियां
What crap
जवाब देंहटाएंमीडिया का यही चरित्र है।
जवाब देंहटाएंकहानी मीडिया से जुडे एक एक व्यक्ति को पढनी चाहिये।
जवाब देंहटाएंयही होता है...
जवाब देंहटाएंsabhi ki pratikriyaen mili , padkar accha laga . vihesh thanks meri laghukathayen padne v pasand karne ke liye . ---- shobha rastogi shobha
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.