बच्चों के चेहरे चेहरे पर जगह जगह पर राम लिखा है|
कहीं कहीं पर कृष्ण लिखा है कहीं कहीं बलराम लिखा है|
अल्लाह अल्लाह लिखा लिखा हुआ है,ईसा का भी नाम लिखा है|
बच्चों के स्मित ओंठों पर निश्छल और निष्काम लिखा है|
हाथ पैर अंगुली पंजों पर सच्चाई श्रमदान लिखा है|
दिल के भीतर प्यार मोहब्बत करुणा का पैगाम लिखा है|
बच्चों के आभा मंडल में चारों तीरथ धाम लिखा है|
एक बार देखो तो इनको बड़ा सुखद परिणाम लिखा है|
बचपन की यादों में पावन भोर, सुहानी शाम लिखा है|
झरबेरी का बेर लिखा है,खट्टा मीठा आम लिखा है|
4 टिप्पणियाँ
बहुत खूब. बधाई... शानदार और जानदार बाल गीत के लिये.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कविता.....
जवाब देंहटाएंप्रभुदयाल जी बहुत अच्छी बाल कवितायें रच रहे हैं।
जवाब देंहटाएंअच्छी बालगीत...बधाई
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.