सबसे अच्छी मित्र किताबें
सच्चा जीवन चित्र किताबें
काल समय का होतीं दर्पण
यत्र तत्र सर्वत्र किताबें
स्वांस स्वांस को करतीं सुरभित
महकें जैसे इत्र किताबें
युगों युगों की कतरन बांचें
बनती रहतीं पत्र किताबें
संजो संजो कर रखतीं मन में
लंबे लंबे सत्र किताबें
सदा ग्यान को निसृत करतीं
जीवन का परिपत्र किताबें
मालिक मुखिया रक्षक भी हैं
जैसे सिर पर छत्र किताबें
3 टिप्पणियाँ
बहुत खूब...
जवाब देंहटाएंप्रभुदयालु हों तभी बन सकें,
'सलिल'आपकी मित्र किताबें.
Dhanya vad .aap kahan par hain Prabhudayal
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता...बधाई
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.