‘सैम्स स्टोरी’ श्रीलंकाई लेखक एल्मो जयवर्देना का पहला उपन्यास है। वह सिंगापुर एयरलाइन में पायलट हैं और अपने खाली समय में गरीबों की मदद करते हैं। वह ए एफ एल ए सी ( एसोसियेशन फॉर लाइटिंग ए केंडल) के अध्यक्ष भी हैं। अपनी पुरस्कार राशि और पुस्तकों की बिक्री से मिले धन को गरीबों के कल्याण में लगा देते हैं। उनका अपना बचपन गरीबी में बीता था। गरीबों के लिए किये गये उनके कार्यों का फोर्ब्स ग्लोबल में उल्लेख किया गया है और 2001 में उन्हें 'रीडर्स डाइजेस्ट’ द्वारा ‘एवरीडे हीरो’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
‘सैम्स स्टोरी’ श्रीलंका और उसके लोगों के बारे में है। इसे वर्ष 2001 में श्रीलंका में अंग्रेजी की सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक कृति के लिए ग्रेशियन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कथावाचक दूरदराज के गांव में पैदा हुआ अनपढ़ लड़का सैम है जो रिवर हाउस में नौकर है। अपनी सादगी के बावजूद सैम समस्या की जड़ को समझता है, ’मुझे लगता है कि यह युद्ध योजना बनाने वाले नेताओं और लड़ रहे सैनिकों से परे फ़ैल गया था।’ सैम उन लोगों के बारे में बताता है जिन्हें वह प्यार करता था और कुछ ऐसे भी थे जिनसे उसे नफरत थी जैसे जेनेट और लियनार्डो जो ‘इस एलाम और उस टाइगर’ आदि के बारे में बातें करता था। ‘वे बातें युद्ध के बारे में होती थीं जहां उनके लोग मेरे लोगों से लड़ रहे थे और देश को कई टुकड़ों में बाँट रहे थे। मुझे उनके बारे में इतनी अच्छी तरह से पता नहीं था कि मैं उन पर बहस कर पाता। वह सब कुछ जानता था। वह जानता था कि कौन मारा गया है और कहां बम विस्फोट हुआ था। कितने लोगों को मारा गया और किसने किसको गोली मार दी और क्यों? वह यह भी जानता था कि अगली बार किसे मारा जायेगा। मेरा मतलब है कि हमारे किस नेता को मार दिया जायेगा।‘
यह उपन्यास श्रीलंका में पंद्रह साल से अंतहीन गृहयुद्ध और उनके कारण लोगों में फैली हुई दहशत को दर्शाता है जिससे कोई भी अछूता नहीं है। इसमें ग्रामीण और शहरी जीवन, गरीबी और भ्रष्टाचार, क्रिसमस पार्टियां, मुक्केबाजी करते कुत्ते, जिन और टॉनिक सब कुछ है। सैम की खुशियां छोटी- मोटी हैं और दुख दिल दहलानेवाले हैं। हालांकि उपन्यास रिवर हाउस में सैम के जीवन से शुरू होता है उसे उसके गांव की तरफ मोड़ दिया जाता है, जहाँ वह अपने बड़े भाई और बहन के साथ श्रीलंका के चुनाव के दौरान खोखले वादों की राजनीति और जातीय संघर्ष को देखा करता था । सैम का भाई सेना में शामिल हो जाता है क्योंकि अच्छा वेतन मिलता है और जब ‘सैनिकों की मृत्यु होती है, तो वे परिवार को पैसे देते हैं।’ शहर के लड़के सेना में नहीं जाना चाहते, मगर गांव के लड़के सेना में जाते थे। सैम के शब्द भविष्यवाणी साबित होते हैं। ‘मैडम ने मुझे टेलीफोन से संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि गांव से किसी ने फोन किया था और वे चाहते थे कि मैं घर जाऊं।’ सैनिक सैम के भाई जय का दाह संस्कार करने के लिए आते हैं। ‘वे उसके दोस्त थे। सेना ने चिता और लकड़ी समेत सब चीजों के लिए भुगतान किया। मुझे लगता है सैनिकों ने अपना हिसाब चुकता कर दिया। हमारे जय ने उन्हें अपनी जिंदगी दे दी।’ उपन्यास कोलंबो शहर में युद्ध शुरू हो जाने के साथ समाप्त होता है। सैम का मालिक जिसका काम लोगों को जहाज में इधर-उधर ले जाना था, एक विस्फोट में मारा जाता है, हालाँकि उसका युद्ध से कोई लेना- देना नहीं था।
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