मेरे सीने में मेरे दिल को खंगाला जाए
मेरे हालात को कुछ ऐसे सम्हाला जाए
मेरे हालात को कुछ ऐसे सम्हाला जाए
नाम -- अनुराग सिंह "ऋषी"
व्यवसाय -- शोध छात्र (Plant Pathology)
जन्म -- 12 अगस्त 1990
पता -- लखनऊ उ,प्र.
वर्तमान -- इलाहाबाद (छात्रावास)
रूचि -- कविताएँ,गज़लें लिखना, शोध करना
प्रकाशित रचनाएँ -- ज़िक्र , रोता रहा हूँ मै ( नव्या हिंदी साहित्य )
इमेल -- anu.007om@gmail.com
मोबाईल न. -- 09839109276
व्यवसाय -- शोध छात्र (Plant Pathology)
जन्म -- 12 अगस्त 1990
पता -- लखनऊ उ,प्र.
वर्तमान -- इलाहाबाद (छात्रावास)
रूचि -- कविताएँ,गज़लें लिखना, शोध करना
प्रकाशित रचनाएँ -- ज़िक्र , रोता रहा हूँ मै ( नव्या हिंदी साहित्य )
इमेल -- anu.007om@gmail.com
मोबाईल न. -- 09839109276
मै नही कहता कि वो भी भूल जाए मुझे
पर मेरी याद से उसको तो निकाला जाए
सोते जगते जुबां पे अपनी नाम भारत हो
ख्याल-ए-मुल्क को कुछ इस तरह पाला जाए
न अपनी सभ्यता को छोड़ कभी जाएँ कहीं
नई पीढ़ी को इस हिसाब से ढाला जाए
ऊंची कुर्सी पे जो बैठे है हुक्मरान सभी
पहले उनमे अदद इंसान तो डाला जाये
2 टिप्पणियाँ
अच्छी ग़ज़ल बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार सर आपका
जवाब देंहटाएंअनुराग सिंह "ऋषी"
आपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.