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कमला गोयनका फाउंडेशन एवं व्यंग्य यात्रा का आयोजन [साहित्य समाचार]- डॉ. प्रेम जनमेजय

कमला गोयनका फाउंडेशन एवं व्यंग्य यात्रा पुरस्कार समारोह तथा काव्य संध्या के आयोजन में डॉ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी , डॉ ० कमल किशोर गोइन्का डॉ ० कुसुम खेमानी को सम्मानित किया गया । अध्यक्षता डॉ निर्मला जैन ने की । इस अवसर पर प्रेम जनमेजय द्वारा सम्पादित व्यंग्य यात्रा के शरद जोशी विशेषांक के पुस्तकाकार रूप -- हिंदी व्यंग्य का नावक : शरद जोशी ' का लोकार्पण सम्मनित मंच ने किया।करुणाशंकर द्वारा सम्पादित हास्यम व्यंग्यम का भी मंच पर लोकार्पण किया गया। पुरस्कार समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. कमल किशोर गोयनका जी को "गोइन्का हिन्दी साहित्य सारस्वत सम्मान" से, "महादेवी वर्मा हिन्दी साहित्य पुरस्कार" से प्रख्यात हिन्दी साहित्यकार डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को डॉ. कुसुम खेमानी को "रत्नीदेवी गोइन्का वाग्ददेवी पुरस्कार" से श्रीफल, स्मृति चिन्ह , पुष्पगुच्छ प्रदान कर पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया।

प्रो. निर्मला जैन जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कमला गोइन्का फाउण्डेशन द्वारा हिन्दी साहित्य के प्रति किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि फाउण्डेशन द्वारा हिन्दी एवं राजस्थानी के अलावा दक्षिण भारतीय भाषाओं में हिन्दी का प्रचार-प्रसार एवं साहित्यकारों में हिन्दी के प्रति अधिक जागरूकता के लिए जो काम कर रहा है जैसे कन्नड़ हिन्दी अनुवाद, तमिल हिन्दी अनुवाद, तेलुगु हिन्दी अनुवाद एवं मलयालम हिन्दी अनुवाद के लिए जिस तरह से एक दशक से पुरस्कृत एवं सम्मानित करते आ रहा है, वह सराहनीय है।

इस अवसर पर कमला गोइन्का फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का ने स्वागत भाषण के संग संस्था का परिचय दिया। श्री गोइन्का जी ने बताया कि फाउण्डेशन एक नये पुरस्कार की घोषणा करने जा रहा है जो बंग्ला से हिन्दी एवं असमिया से हिन्दी अनुवाद के लिए दिया जायेगा।

पुरस्कृत साहित्यकारों ने आभार व्यक्त करते हुए फाउण्डेशन का भूरि-भूरि प्रसंशा की।

समारोह के सहसंयोजक डॉ. प्रेम जनमेजय जी ने पुरस्कार समारोह का व्यंग्यपूर्ण कुशल संचालन किया तथा श्रीमती ललिता गोइन्का ने उपस्थित विभूतियों व दर्शकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

पुरस्कार समारोह के बाद काव्य-संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें सुप्रसिद्ध हास्य-कवियों-व्यंग्यकारों में संपत सरल, ललित लालित्य, सुमित मिश्रा, दीपक सरीन, शशिकांत शशि, प्रियंका राय तथा श्याम हमराही ने अपनी कविताओं से साहित्य-रसिकों के मंत्र-मुग्ध किया। काव्य-संध्या का संचालन सुमित मिश्रा ने किया।

प्र ० कमलेश यादव

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