
सविता मिश्रा o9411418621 w/o देवेन्द्र नाथ मिश्रा (पुलिस निरीक्षक ) फ़्लैट नंबर -३०२ ,हिल हॉउस खंदारी अपार्टमेंट , खंदारी आगरा २८२००२ पिता का नाम ..श्री शेषमणि तिवारी (रिटायर्ड डिप्टी एसपी ) माता का नाम ....स्वर्गीय श्रीमती हीरा देवी (गृहणी ) जन्म तिथि ...१/६/७३ शिक्षा ...बैचलर आफ आर्ट ...(हिंदी ,रजिनिती शास्त्र, इतिहास) अभिरुचि ....शब्दों का जाल बुनना, नयी चीजे सीखना, सपने देखना 'मेरी अनुभूति' परिलेख प्रकाशन से प्रकाशित पहला संयुक्त काव्यसंग्रह 'मुट्ठी भर अक्षर' पहला प्रकाशित साँझा लघुकथा संग्रह | 2012.savita.mishra@gmail.com
मेरी गुड़िया ,मेरी बच्ची,कह-कह शर्माइन बेहोश हुई जा रही थीं|
विधायक शर्मा जी फोन-पर-फोन किए जा रहे थे, पर अभी तक कुछ पता नहीं चला था|
ब्रेकिंग न्यूज़ के नाम से घर-घर न्यूज़ दिख रही थी कि "कद्दावर नेता की कुतिया किसी दुश्मन ने की गायब |"
'कुतिया नहीं कहो, वर्ना चढ़ बैठेंगे, किसी ने फुसफुसाकर कहा| '
"विधायक की गुड़िया को किसी ने किया गायब |" सँभलते हुए पत्रकार बोला
"कई टीमें हुई रवाना , खुद विधायक एक टीम को लीड कर रहे हैं| "
तभी कैमरे के सामने एक लाचार बुड्ढा आ गया |
"अरे बुढ़ऊ, कहाँ बीच में घुसे आ रहे हो|" धक्का मारते हुए पत्रकार बोला
"बेटा, मेरी भी सोलह साल की गुड़िया खो गई है| उसे भी खोजने में मदद कर दो |"
"अब्बे बुड्ढे जाके खोज, होगी कहीं मुँह काला कर रही| देख नहीं रहा, हम ब्रेकिंग न्यूज़ चला रहे|"
"बेटा ऐसा न कहो , मुझे शक है विधायक साहब ने ही गायब किया है| वह इन्ही के यहाँ काम करती थी| महीने से यहीं भूखा-प्यासा बैठा हूँ, पर कोई नहीं सुन रहा|"
तुरंत फिर ब्रेकिंग न्यूज़ तैयार -'कामवाली ने किया विधायक की 'गुड़िया' का 'अपहरण' अभी फ़रार बताई जा रही है| जल्दी ही खोज निकाला जायेगा उसे|
कैमरामैन बूढ़े को एक कुर्सी पर बैठा, पानी -समोसा आफ़र कर, मुस्कराते हुए बोला -"बाबा चिंता ना करो| विधायक की कुतिया यानि 'गुड़िया' की खोज में, तुम्हारीं गुड़िया मिल ही जाएगी अब |"
2 टिप्पणियाँ
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन ’परमवीर चक्र से सम्मानित वीर सपूत धन सिंह थापा और ब्लॉग बुलेटिन’ में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार...
जवाब देंहटाएंगरीबोँ का बड़े से बड़ा दुःख कोई नहीं सुनता लेकिन अमीरों का छोटासा दुःख हर कोई सुनना चाहता हैं, क्योंकी पैसा बोलता हैं.
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.