
डा. महेंद्रभटनागर
सर्जना-भवन, 110 बलवन्तनगर, गांधी रोड, ग्वालियर -- 474 002 [म. प्र.]
फ़ोन : 0751-4092908 / मो. 98 934 09793
E-Mail : drmahendra02@gmail.com
drmahendrabh@rediffmail.com
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पत्थर-पत्थर जितना पटका
उतना उभरा।
पत्थर-पत्थर जितना कुचला
उतना उछला।
कीचड़-कीचड़ जितना धोया
उतना सुथरा।
कालिख-कालिख
जितना साना, जितना पोता
उतना निखरा।
असली सोना बन कर निखरा।
जं़जीरों से
तन को जब-जब
कस कर बाँधा
खुल कर बिखरा
उत्तर-दक्षिण-पूरब-पश्चिम
बह-बह बिखरा।
भारी भरकम
चंचल पारा बन कर लहरा।
हर ख़तरे से
जम कर खेला,
वार तुम्हारा
बढ़ कर झेला।
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