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उड़न खटोला पाते जी [कविता]- डॉ.प्रमोद सोनवानी " पुष्प "

रचनाकार परिचय:-

डॉ.प्रमोद सोनवानी " पुष्प "
संपादक- "वनाँचल सृजन"
"श्री फूलेंद्र साहित्य निकेतन"
तमनार/पड़ीगाँव-रायगढ़(छ.ग.)
भारत , पिन-496107
ई-मेल:-Pramodpushp10@gmail. com
" उड़न खटोला पाते जी "


बढ़ियाँ से एक उड़न खटोला,
काश कहीं से पाते जी ।
अपनें भैया अजय-विजय संग,
दूर गगन में जाते जी ।। 1 ।।

चाँद - सितारों की दुनियां में,
खूब लगाकर चक्कर जी ।
बैठ मजे से फिर चंदा संग ,
हम खाते घी -शक्कर जी ।। 2 ।।




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