सूरज चाचा आते हैं
रोज सवेरा लाते हैं
किरणों को फैलाते हैं
दुनियाँ को चमकाते हैं
अंधियारा दूर भगाते हैं
धरती को जीवन देते हैं
उर्जा का स्त्रोत बहाते हैं
सबके मन को भाते हैं
संदेशा मुझे सुनाते हैं
बच्चों जब तुम बडे बनोगे
बडे बडे कुछ काम करोगे
जग में रौशन नाम करोगे
सबके प्यारे बन जाओगे
दिल में उनके बस जाओगे
15 टिप्पणियाँ
बहुत अच्छी बाल कविता, बधाई।
जवाब देंहटाएंजग में रौशन नाम करोगे
जवाब देंहटाएंसबके प्यारे बन जाओगे
दिल में उनके बस जाओगे
बच्चे अवश्य पसंद करेंगे।
liked poem.thanks
जवाब देंहटाएंAlok Kataria
सुंदर बाल कविता है. बधाई!
जवाब देंहटाएंआजकल बच्चे बड़े होने से पहले ही बड़े बड़े काम करने लगे हैं. हमें उनकी मासूमियत को बचाये रखने की भी ज़रूरत है.
जवाब देंहटाएंसंदेशा मुझे सुनाते हैं
जवाब देंहटाएंबच्चों जब तुम बडे बनोगे
बडे बडे कुछ काम करोगे
जग में रौशन नाम करोगे
सबके प्यारे बन जाओगे
दिल में उनके बस जाओगे
आपका संदेश बच्चों तक पहुँच कर उन्हे लाभांवित करेगा, एक अच्छी कविता की बधाई।
बहुत ही अच्छी कविता.. बचपन की याद दिला दी जब हम भी एसी कविता पढते थे... बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा!!
जवाब देंहटाएंआपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
बहुत अच्छी बाल कविता, एक सुन्दर संदेश के साथ। दीप-पर्व की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएं***राजीव रंजन प्रसाद
संदेशा मुझे सुनाते हैं
जवाब देंहटाएंबच्चों जब तुम बडे बनोगे
बडे बडे कुछ काम करोगे
जग में रौशन नाम करोगे
सबके प्यारे बन जाओगे
दिल में उनके बस जाओगे
सुषमाजी आप बाल साहित्य बहुत अच्छा लिखती हैं. सुंदर कविता के लिए बधाई.
प्रभावी बाल कविता, बधाई।
जवाब देंहटाएंबाल सुलभ प्रभावी रचना.. एक संदेश देती हुई..
जवाब देंहटाएंदिपावली की शुभकामनायें
मासूम सुंदर सी बाल रचना
जवाब देंहटाएंप्रवीण पंडित
मैं प्रस्तुतिकरण की सराहना करता हूँ
जवाब देंहटाएंjalaj gupta
बहुत सुन्दर, बहुत प्यारी ।
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.