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बुरा न मानो होली है [साहित्य शिल्पियों के कार्टून] - योगेश समदर्शी

मित्रों, 
मजाक एक परंपरा की तरह होली के पावन त्यौहार का हिस्सा है और बुरा न मानने की अनिवार्य शर्त भी। योगेश जी नें कुछ कटाक्ष के रंग चुन चुन कर साहित्य शिल्पियों पर उडेले हैं निश्चित ही सब हरे नीले होंगे...लाल-पीले नहीं। कहते हैं न कि - बुरा न मानो होली है....

- साहित्य शिल्पी 
---------------------------

मित्रों
होली की हार्दिक शुभकामनाएं।  साहित्य शिल्पी पर जिन साथियों, दोस्तों को थोडा बहुत समझ पाया हूं उस हिसाब से होली खेल रहा हूं।  मेरा अपना ढंग है रंग फैंकने का.. आपको चाहे जैसा लगे.. पर देखो बुरा मत मानाना... यह होली आपको कैसी लगी जरूर बताईयेगा अवश्य .. जिन लोगों के चेहरे इनमे दिखाई नही दे रहे है वह मुझे माफ कर देना क्योंकी साहब मैं थोडा देर से जागा इस लिये इतने ही लोगो से होली हो सकी... बाकी आपके ऊपर है.. जनाब आप इस होली को कैसे लेते है.. 
-योगेश समदर्शी 
होली की हार्दिक शुभकामनायें


साहित्य शिल्पी - राजीव रंजन प्रसाद एवं रितु रंजन प्रसाद



होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - अजय यादव

होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - सतपाल "ख़्याल"


होली की हार्दिक शुभकामनायें


साहित्य शिल्पी - डॉ. कुमार विश्वास तथा आलोक पुराणिक



होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - श्रीकांत मिश्र "कांत"


होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - अविनाश वाचस्पति



होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - मोहिन्दर कुमार





होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - संजीव तिवारी 




होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - योगेन्द्र मौदगिल, सुनीता चोटिया एवं राजीव तनेजा


होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - अभिषेक सागर एवं रचना सागर


होली की हार्दिक शुभकामनायें

प्राण शर्मा एवं पवन कुमार चंदन 

होली की हार्दिक शुभकामनायें
अभिषेक तिवारी, सुभाष नीरव एवं योगेश समदर्शी 


होली की हार्दिक शुभकामनायें

समीर जी (उडन तश्तरी जी) के लिये भी रंग है 


होली की हार्दिक शुभकामनायें

साहित्य शिल्पी - सूरजप्रकाश, रूप सिंह चंदेल एवं तेजेन्द्र शर्मा 



होली की हार्दिक शुभकामनायें

एक टिप्पणी भेजें

42 टिप्पणियाँ

  1. हा हा हा योगेश जी,
    बहुत बढ़िया। गज़ब की होली खेली है। मज़ा आ गया। होली खेलने का यह ढ़ंग बहुत प्रभावी रहा। होली की शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  2. चलि‍ए अच्‍छा हुआ

    अब अलग से नहीं मांगनी पड़ेंगी

    एक काम तो कम हुआ

    अब टिप्‍पणी मांगने का समय
    टिप्‍पणी लेखन में ही दे दिया करूंगा।

    और हां मैं बुरा भी मान गया हूं

    और मानता रहूंगा हजूर

    अगर आपने अब भी टिप्‍पणी न दी जरूर।


    कुछ दे रहा हूं

    तभी तो मांग रहा हूं

    क्‍या कर दिया कसूर।


    सब मांगते हैं

    वे मन में मांगते हैं

    हम लिखचीत बॉक्‍स में मांगते हैं

    वे सबूत नहीं छोड़ते

    हम निशान छोड़ देते हैं।


    पर मैं सफाई क्‍यों दे रहा हूं

    सब शब्‍द अपने वापिस ले रहा हूं।

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  3. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  4. इसे देखकर ख्‍याल आता है

    महीने में एक दिन होली अवश्‍य मनाएं

    उस होली पर कार्टूनों को कार्टून बनाएं

    चाहे रचनाओं में से चुरायें

    पर अवश्‍य बनायें

    अपनी संरचनात्‍मक प्रतिभा को

    समदर्शी भाई यूं ही न गंवाये

    और नुक्‍कड़ पर अब वे सारी टिप्‍पणियां

    कार्टूनों के रूप में ही भिजवायें।

    जवाब देंहटाएं
  5. This is one of THE BEST thing i ever saw on a blog.

    Happy Holi to all readers and members of Sahitya Shilpi


    Anupama

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  6. वाह भई वाह। यह हुई होली।

    जवाब देंहटाएं
  7. दो बाबा बहुत पसंद आये। इन्‍हीं के होने से ब्‍लॉग परिवार बढ़ता जाये। एक बाबा टिप्‍पणी दे रहे हैं। दूसरे बाबा टिप्‍पणी मांग रहे हैं। बीच में बाकी ब्‍लॉगर क्‍या भंग छान रहे हैं। उनसे निवेदन है कि वे भी किसी न किसी गुट में शामिल हो जाएं। ब्‍लॉगिंग में सिर्फ चार गुटों की छनती है। एक टिप्‍पणी देने वाले, दूसरे लेने वाले, तीसरे पोस्‍ट लगाने वाले और चौथे उन पर विवेचना करने वाले। तीन तो सदा सक्रिय रहने ही चाहिए। पोस्‍ट करने वाले चाहे न रहें, पर बाकी टिप्‍पणी ब्‍लॉगवाणी पर पसंद टिप्‍पणी खेलते रहें। मेरा नाम विनोद जरूर है पर मैं आज विनोद के मूड में नहीं हूं इसलिए गंभीर बात कह रहा हूं।

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत बढिया। इसे कहते हैं विनोद करना। लेकिन कई छूट गये योगेश जी आपकी निगाह से।

    जवाब देंहटाएं
  9. हा...हा....हा.... मज़ा आ गया जी फुल्ल-फुल्ल

    जवाब देंहटाएं
  10. हा हा!! डॉ कुमार के लिए बिल्कुल सही सटीक!!!

    -टिप्पणी वाले बाबा बोल रहे हैं. :)

    छा गये!!!


    आपको होली की मुबारकबाद एवं बहुत शुभकामनाऐं.
    सादर
    समीर लाल

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत खूब।

    होली की शुभ कामनाएं।

    अच्‍छा तरीका है होली मनाने का भाई लोग।

    महिलाओं के साथ होली नहीं खेली। आखिर सवाल सामर्थ्‍य का है, साहस का है। हा हा हा ।

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  12. योगेश जी, मेरी हालत का खूब बयां किया आपने :) बहुत अच्छे कार्टून हैं। आपको गंभीरता से कार्टूनिंग शुरू कर देनी चाहिये। सभी कार्टून अच्छे हैं। आपनें साहित्य शिल्पी को अपनी मेधा के रंग से सरोबार कर दिया।

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत खूब ! मजा आ गया इस होली में । "साहित्य शिल्पी" के सभी पाठकों, रचनाकारों और शुभ चिन्तकों को होली की ढ़ेरों शुभकामनाएं !

    जवाब देंहटाएं
  14. योगेश जी अब आपसे मिलना पडेगा :) हमारा लाईव टेलीकास्ट दिखा दिया गया।

    जवाब देंहटाएं
  15. प्रिय योगेश जी,

    सबसे पहले मेरी ओर से आप और साहित्य- शिल्पी परिवार के लिए होली की शुभ कामनाएं स्वीकार करें. कार्टून्स के माध्यम से होली खेलने का आपके नायाब तरीके ने विमोहित कर दिया. हाथी में हम तीन ----- क्या बात है. आभार!

    चन्देल

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  16. एक दम धांसु भाई

    जवाब देंहटाएं
  17. बहुत खूब...आनंद आ गया. अगली होली पर किस-किस पर आपकी कार्टूनी पिचकारी चलेगी, अभी से बता दें तो मेहरबानी !!

    जवाब देंहटाएं
  18. साहित्य शिल्पी पर मनायी गयी इस होली का मजा आ गया। बधाई सभी को।

    जवाब देंहटाएं
  19. YUN TO SABHEE CARTOONS KHOOB HAIN
    LEKIN YOGENDRA MAUDGIL,SUNITA
    CHOTIA AUR RAJIV TANEJA KE CARTOON
    KEE BAAT HEE KYAA HAI! GIRTE-
    SAMBHAALTE HUE BHEE MUSKARAA RAHE
    HAIN .BAHUT KHOOB AUR LAAJAWAAB !!

    जवाब देंहटाएं
  20. मेरी कहानी कार्टून तो लाजवाब है!
    वैसे, सभी कार्टून एक से बढ़कर एक, मजेदार हैं.

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  21. साहित्य शिल्पियों की अच्छी चुटकी ली है आपनें। सभी कार्टूंन अच्छे लगे। वैसे योगेश जी अपनी बैठक में हमें छोड दिया आपनें। एक छांछ की हमारी ग्लास भी लगा लेते :) चलिये चीयर्स।

    जवाब देंहटाएं
  22. Bhai Yogesh jee ne apnee holi kee phuhaar London tak pahuncha dee aur mujhey bahut achha laga - Bhai Suraj aur Roop jee bura naa maaney - Holi hai - JAB HAATHI NIKAL GYA TO POOCHHNUMA KAHANI MEREY HAATH MEIN AA GAYEE.. HA AHA HA AHAHAHAHA....

    Aaj Bukhar hai magar ye cartoon dekh kar tabeeyat first class ho gayee.

    Aap Sab ko Holi Mubarak

    Tejendra Sharma
    Katha UK, London

    जवाब देंहटाएं
  23. ...... अद्भुत ....... योगेश जी

    सुधी शिल्पी मित्रो !

    होली के रंग और उमंग भरे पर्व की हार्दिक शुभकामना !

    रंग और भंग दोनों में ध्वनि साम्य अवश्य है किन्तु आज के दिन भंग के कारण रंग में भंग नहीं होता है अपितु उमंग का साथ मिलता है. सो योगेश जी सहित सभी माननीय और ज्ञाननीय शिल्पी मित्रों को उमंग भरे स्नेह और अभिवादन के साथ सभी कार्टून पर स्मित भरी प्रतिक्रिया यही है कि

    नीम सभी पीले हुए त्यागे कड़वे ढंग
    सेमल पत्ते त्याग के है मौसम से दंग
    टेसू कानन देख के पीपल हो गया नंग
    बौराई सब मंजरी होली के हुड़दंग
    ..............
    गोरी सब पूछे लगीं क्यों टूटे सखि अंग

    पुनः सप्रेम शुभकामना

    जवाब देंहटाएं
  24. hi hi hi ha ha ha ha
    baap re hansi ruk hi nahi rahi

    Holi par ye special ank bahut majedaar raha

    जवाब देंहटाएं
  25. बहुत अच्छे योगेश जी! मजा आ गया। पर कई भाई लोगों को छोड़ दिया आपने। ये नाइंसाफी ठीक नहीं।

    जवाब देंहटाएं
  26. kartoon abhivyakti ka dil ki bharas nikalne ka ek anootha madhyam hai
    iske sahare sahitya shilpi ke kartaaon ki antarik manodasha batlakar apne aaj ki holi me ek naya rang bhar diya

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  27. बहुत बढिया। होली की बधाई।

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  28. he he :)

    sab ek se ek cartoon.....
    ....superb!!!

    kitna accha blog hai ye...

    sahity shilpi ko to apne blog main lagana hi padega....

    जवाब देंहटाएं
  29. वाह जी ,योगेश जी...
    कमाल कर दिया भाई..
    अद्भुत संयोजन..
    बधाई..

    जवाब देंहटाएं
  30. ये योगेन्‍द्र जी कितने खुश हैं इनके मन को देखो कितना प्रफुल्लित हो रहा है

    हमें तो ईर्ष्‍या हो रही है। लगता है योगेश कमदर्शी को कलमकड़ी लगवानी पड़ेगी।
    हमें नहीं पता था राजीव तनेजा तने ही रहेंगे योगेन्‍द्र ही का मुंह काला करना चाहते हैं क्‍या

    और सुनीता जी आप को ये ही मिले...100 ग्राम के
    अविनाश जी को क्‍या पता था कि नुक्‍कड पर कटोरा लेकर बैठना पड़ेगा। क्‍या किस्‍मत है।

    पता नहीं प्राण जी को प्राण बचे या नहीं


    चलिए भारतीय रेल सेवा का समय हो रहा है, बाकी फिर कभी

    जवाब देंहटाएं
  31. चंदन भाई
    आपकी प्रतिक्रिया मुझे बहुत भाई
    जल्‍दी से ही
    कल मकड़ी क्‍यों
    आज ही मकड़ा क्‍यों नहीं भिजवा रहे हो
    समदर्शी जी को तो वो भी तितली नजर आएगी
    और उनके चश्‍मे पर वाइपर चलाएगी।

    जवाब देंहटाएं
  32. अच्छी होली खेली गयी है। सभी कार्टून अच्छे हैं।

    जवाब देंहटाएं
  33. भईये.. होली हर साल आती है.. अबकी आपकी थी अगली हमारी होगी :)

    जवाब देंहटाएं
  34. साहित्यकारों पर होली के नए रंग देखकर मजा आ गया |

    जवाब देंहटाएं

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